बीकानेर राज्य का इतिहास | Bikaner Rajya Ka Itihas के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : बीकानेर राज्य का इतिहास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Kanhaiyaju dev | Kanhaiyaju dev की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Kanhaiyaju dev | इस पुस्तक का कुल साइज 143.04 है | पुस्तक में कुल 181 पृष्ठ हैं |नीचे बीकानेर राज्य का इतिहास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बीकानेर राज्य का इतिहास पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, education
Name of the Book is : Bikaner Rajya Ka Itihas | This Book is written by Kanhaiyaju dev | To Read and Download More Books written by Kanhaiyaju dev in Hindi, Please Click : Kanhaiyaju dev | The size of this book is 143.04 | This Book has 181 Pages | The Download link of the book "Bikaner Rajya Ka Itihas" is given above, you can downlaod Bikaner Rajya Ka Itihas from the above link for free | Bikaner Rajya Ka Itihas is posted under following categories history, education |
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बीकाजी-नापा सांखला-वीकाजीका स्तिासे पृथकू होकर देशनोक आना-बीकानेरकी भूमिमें भिन्न २ सम्प्रदाय-बीकाजीका पूगलकी कुमारीसे विवाह-जूनागढ़-जाट लोगों का विस्तार और उनका बीकाजाको अपना राजा वनाना-जोधाजीको मोहिलसे झगड़ा और बीकाजी का मोहिलको परास्त करना–राठौड़ोंसे महिलोंका अंतिम युद्ध-कांबलजीका हिसार के पास तक अपना राज्य बढ़ाना और मुसलमानी सेनाके हाथ उनका मारा जानाबीकाजी और जोधाजीका कांधलकी मृत्युका बदला लेनेके लिये । चढ़ाई करना मुकाम द्रोणपुरमें जोधाजी और कांधलजीकी शर्तेवोकाजीका शेखावाटो पर आखिरी आक्रमण-त्री काजीकी मृत्यु ।