लघु उपन्यास और कहानियाँ | Laghu Upanyas Aur Kahaniyan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : लघु उपन्यास और कहानियाँ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Krishan Kumar | Krishan Kumar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Krishan Kumar | इस पुस्तक का कुल साइज 10.6 MB है | पुस्तक में कुल 446 पृष्ठ हैं |नीचे लघु उपन्यास और कहानियाँ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | लघु उपन्यास और कहानियाँ पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Laghu Upanyas Aur Kahaniyan | This Book is written by Krishan Kumar | To Read and Download More Books written by Krishan Kumar in Hindi, Please Click : Krishan Kumar | The size of this book is 10.6 MB | This Book has 446 Pages | The Download link of the book "Laghu Upanyas Aur Kahaniyan " is given above, you can downlaod Laghu Upanyas Aur Kahaniyan from the above link for free | Laghu Upanyas Aur Kahaniyan is posted under following categories Knowledge, Stories, Novels & Plays |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
वह एक सुन्दर रात थी जब होशियार क्लर्क , इबान दिमत्रिच चेरव्यकोव' अव्वल दर्जे की दूसरी पक्ति में बैठकर दूरबीन की मदद से ' लक्लोचेस दकर्नविल' का आनन्द ले रहा था। वह खेल देख रहा था और अपने को सबसे सुखी मनुष्य समझ रहा था, जव यकायक - ' यकायक' एक घिसा-पिटा मुहावरा हो गया है, किन्तु लेखको के सामने उसका प्रयोग करने के अलावा चारा ही क्या है, क्योकि ज़िन्दगी ही अचम्भो से भरी हैं - तो, यकायक उसका चेहरा सिकुड गया, उसकी आखें आसमान की ओर चढ़ गयी, उसकी सास रुक गयी. वह दूरवीन से मुह हटाकर अपने स्थान पर दोहरा हो गया ।