मीराँ सुधा-सिन्धु जीवनी | Meera Sudha Sindhu Biography

मीराँ सुधा-सिन्धु जीवनी | Meera Sudha Sindhu Biography

मीराँ सुधा-सिन्धु जीवनी | Meera Sudha Sindhu Biography

मीराँ सुधा-सिन्धु जीवनी | Meera Sudha Sindhu Biography के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मीराँ सुधा-सिन्धु जीवनी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Swami Aanand Swaroop | Swami Aanand Swaroop की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 48 MB है | पुस्तक में कुल 1070 पृष्ठ हैं |नीचे मीराँ सुधा-सिन्धु जीवनी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मीराँ सुधा-सिन्धु जीवनी पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Knowledge

Name of the Book is : Meera Sudha Sindhu Biography | This Book is written by Swami Aanand Swaroop | To Read and Download More Books written by Swami Aanand Swaroop in Hindi, Please Click : | The size of this book is 48 MB | This Book has 1070 Pages | The Download link of the book "Meera Sudha Sindhu Biography" is given above, you can downlaod Meera Sudha Sindhu Biography from the above link for free | Meera Sudha Sindhu Biography is posted under following categories dharm, Knowledge |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 48 MB
कुल पृष्ठ : 1070

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

मोर मात वर्ष की हो चुकी एक वार चाँदनी भरी रात्रि में वह माता के निकट अपने गिरधर गोपाल को लिए हुए बैठी थी । मन्द-मन्द वायु की लहरियों के साथ दूर से शहनाई की आवाज कानों पर टकराने लगी दोनों ही महल के झरोखे पर से देखने लगीं। एक बरात आ रही थी। मीरों ने देखा, बाजे बज रहे थे, कई लोगों के बीच में घोड़े पर एक मनुष्य बैठा था जिसने सुन्दर नये-नये वस्त्राभूषण पहन रखे थे। मीराँ का कौतूहल बढ़ा उसने माता से पूछा–माँ यह घोड़े पर बैठा हुआ कौन हैं माता ने बड़े लाड़ से बेटी को उत्तर दिया-यह वर है

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *