सदगति | Sadgati के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : सदगति है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Munshi Premchand | Munshi Premchand की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Munshi Premchand | इस पुस्तक का कुल साइज 1.03 MB है | पुस्तक में कुल 28 पृष्ठ हैं |नीचे सदगति का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सदगति पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Sadgati | This Book is written by Munshi Premchand | To Read and Download More Books written by Munshi Premchand in Hindi, Please Click : Munshi Premchand | The size of this book is 1.03 MB | This Book has 28 Pages | The Download link of the book "Sadgati" is given above, you can downlaod Sadgati from the above link for free | Sadgati is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
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इस कहानी में सबसे ज्यादा विडम्बना की बात यह है कि दुखी चमार का मन अत्याचारी के प्रति विभाजित है। वह स्वयं पंडितजी को तेजस्वी मूर्ति की तरह देखता है। वह स्वयं सोचता है कि उसने ब्राह्मण का घर ‘अपवित्तर' कर दिया है। इस विडम्बना को, इस विभाजन को दूर करके हम न्याय और अन्याय के पक्षों को साफ-साफ देखना और समझना सीखें, यह हमारा इस दौर का मुख्य काम है। नवपाठक और पढ़े-लिखे समझदार, दोनों के हिस्से में यह काम आता है।