उदयपुर राज्य का इतिहास भाग-1 | Udaypur Rajya Ka Itihas Bhag-1 के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : उदयपुर राज्य का इतिहास भाग-1 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha | Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha | इस पुस्तक का कुल साइज 26.48 MB है | पुस्तक में कुल 511 पृष्ठ हैं |नीचे उदयपुर राज्य का इतिहास भाग-1 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | उदयपुर राज्य का इतिहास भाग-1 पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Udaypur Rajya Ka Itihas Bhag-1 | This Book is written by Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha | To Read and Download More Books written by Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha in Hindi, Please Click : Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha | The size of this book is 26.48 MB | This Book has 511 Pages | The Download link of the book "Udaypur Rajya Ka Itihas Bhag-1 " is given above, you can downlaod Udaypur Rajya Ka Itihas Bhag-1 from the above link for free | Udaypur Rajya Ka Itihas Bhag-1 is posted under following categories history |
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मेवाड़ के इतिहास लेखन की दृष्टि से ऊल-जेम्स टॉड के ‘एनल्स एण्ड एण्ट्रीक्वीटीज ऑफ राजस्थान' तथा कविराजा श्यामलदास जी दधवाडिया के 'वीर विनोद के पश्चात् प गौरीशकर जी हीराचद जी ओझा कृत 'उदयपुर राज्य का इतिहास' सर्वाधिक उल्लेखनीय प्रयत्न कहा जा सकता है । लम्बे समय से ‘उदयपुर राज्य का इतिहास' अप्राप्य था और इसके पुनः प्रकाशन की माग की जा रही थी। उदयपुर के इतिहास के सम्बन्ध मे प ओझा जी के ग्रन्थ का महत्त्व बना ही रहेगा।वीर विनोद' रचयिता कविराजा श्यामलदास जी के पास ओझा जी मेवाड़े-राज्य–इतिहास विभाग में कार्यरत थे और वे मेवाड़ के इतिहास की आत्मा से भली भाति परिचित थे ।