फ़क़ीरमोहन सेनापति आत्मजीवनचरित | Fakirmohan Senapati Atmajeevan Charita

फ़क़ीरमोहन सेनापति आत्मजीवनचरित | Fakirmohan Senapati Atmajeevan Charita

फ़क़ीरमोहन सेनापति आत्मजीवनचरित | Fakirmohan Senapati Atmajeevan Charita के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : फ़क़ीरमोहन सेनापति आत्मजीवनचरित है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shrinivas Udgata | Shrinivas Udgata की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 11.2 MB है | पुस्तक में कुल 212 पृष्ठ हैं |नीचे फ़क़ीरमोहन सेनापति आत्मजीवनचरित का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | फ़क़ीरमोहन सेनापति आत्मजीवनचरित पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography

Name of the Book is : Fakirmohan Senapati Atmajeevan Charita | This Book is written by Shrinivas Udgata | To Read and Download More Books written by Shrinivas Udgata in Hindi, Please Click : | The size of this book is 11.2 MB | This Book has 212 Pages | The Download link of the book "Fakirmohan Senapati Atmajeevan Charita" is given above, you can downlaod Fakirmohan Senapati Atmajeevan Charita from the above link for free | Fakirmohan Senapati Atmajeevan Charita is posted under following categories Biography |

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पुस्तक का साइज : 11.2 MB
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क्या फकीरमोहन का जीवन महत्वपूर्ण घटनाओं से नितांत शून्य था? वस्तुतः कोई भी यह सवाल कर सकता है कि आखिर महत्वपूर्ण है क्या? दोखने में एक लघु घटना अंतर्मन में भावनाओं का उद्दाम ज्वार पैदा कर सकती है, उसी तरह से जैसे कि कोई दर्दनाक सार्वजनिक घटना । उदाहरण के लिए एक तरफ उड़ीसा का 1866 ईस्वी में पड़ा दारुण अकाल और दूसरी तरफ उसके एक वर्ष बाद फकीरमोहन की दादी की मृत्यु । दोनों ही घटनाओं ने उनके अंतस्तल को गहराई तक झकझोर दिया।

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