आर्यिका रत्नमती | Aaryika Ratn Mati के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : आर्यिका रत्नमती है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Motichandra | Motichandra की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Motichandra | इस पुस्तक का कुल साइज 5.5 MB है | पुस्तक में कुल 258 पृष्ठ हैं |नीचे आर्यिका रत्नमती का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | आर्यिका रत्नमती पुस्तक की श्रेणियां हैं : Granth
Name of the Book is : Aaryika Ratn Mati | This Book is written by Motichandra | To Read and Download More Books written by Motichandra in Hindi, Please Click : Motichandra | The size of this book is 5.5 MB | This Book has 258 Pages | The Download link of the book "Aaryika Ratn Mati" is given above, you can downlaod Aaryika Ratn Mati from the above link for free | Aaryika Ratn Mati is posted under following categories Granth |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
भ० ऋषभदेव से लेकर भ० महावीर पर्यन्त चतुविध संध में साधुओं के सामान आर्यिकाओ का का भी महत्वपूर्ण स्थान रहा है। तीर्थकरो के समवशरण में मुनियों से आर्यिकायो की संख्या अधिक रही है। आज साधुसंस्थाओं की ओर द्रष्टि डालने पर आर्यिकाओं की संख्या अधिक दिखती है