गायत्री साधना क्यों और कैसे | Gayatri Sadhana Kyon Aur Kaise के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : गायत्री साधना क्यों और कैसे है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Pranav Pandya | Dr. Pranav Pandya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Dr. Pranav Pandya | इस पुस्तक का कुल साइज 462.2 KB है | पुस्तक में कुल 9 पृष्ठ हैं |नीचे गायत्री साधना क्यों और कैसे का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गायत्री साधना क्यों और कैसे पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Gayatri Sadhana Kyon Aur Kaise | This Book is written by Dr. Pranav Pandya | To Read and Download More Books written by Dr. Pranav Pandya in Hindi, Please Click : Dr. Pranav Pandya | The size of this book is 462.2 KB | This Book has 9 Pages | The Download link of the book "Gayatri Sadhana Kyon Aur Kaise" is given above, you can downlaod Gayatri Sadhana Kyon Aur Kaise from the above link for free | Gayatri Sadhana Kyon Aur Kaise is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
स्वयं परमात्मा तो मूलरूप में निराकार है,सबकुछ तटस्थ भाव से देखते हुए शान्त अवस्था में रहते हैं। सृष्टि के प्रारम्भ में जब उनकी इच्छा एक से अनेक होने की हुई, तो उनकी यह चाहना व इच्छा एक शक्ति बन गई। इसी के सहारे यह सारी सृष्टि बनकर खड़ी हो गई। सृष्टि को बनाने वाली प्रारम्भिक शक्ति होने के कारण इसे 'आदिशक्ति' कहा गया पूरी विश्व व्यवस्था के पीछे और अंदर जो एक संतुलन और सुव्यवस्था दिख रही है, वह गायत्री शक्ति का ही काम है। इसी की प्रेरणा से विश्व ब्रह्माण्ड की सारी हलचलें किसी विशेष उद्देश्य के साथ अपनी महायात्रा पर आगे बढ़ रही हैं।