नौजवान | Noujavan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : नौजवान है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Govindvallabh Pant | Govindvallabh Pant की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Govindvallabh Pant | इस पुस्तक का कुल साइज 15 MB है | पुस्तक में कुल 318 पृष्ठ हैं |नीचे नौजवान का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | नौजवान पुस्तक की श्रेणियां हैं : Social, society
Name of the Book is : Noujavan | This Book is written by Govindvallabh Pant | To Read and Download More Books written by Govindvallabh Pant in Hindi, Please Click : Govindvallabh Pant | The size of this book is 15 MB | This Book has 318 Pages | The Download link of the book "Noujavan " is given above, you can downlaod Noujavan from the above link for free | Noujavan is posted under following categories Social, society |
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वे दोनों फुटपाथ पर सो रहे थे उन दोनों का कहीं घर नहीं था। उनमें से एक भिखारो का छाकरा था, बँभाई लेकर वह फर्श पर बैठ गया। दोनों हाथों से माथा पकड़ कर उसने कुछ साचा-विचारा मैले और फटे कोट की जेब में हाथ डालकर जेब की तमाम संपत्ति हथेली पर उलटी-एक खोटी इकन्ना, तीन-चार दियासलाई की तीलियाँ, एक टूटी प्लास्टिक को कंबो, तोन का च को गालियां, एक आतिशबाजी का अधजला टुकड़ा और एक-दो मूगफली के दान–यही सारा संग्रह था इसका ।