वर्ग चेतना का आधन्त | Varg Chetna Ka Aadhant के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : वर्ग चेतना का आधन्त है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Girdhari Lal Vyas | Girdhari Lal Vyas की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Girdhari Lal Vyas | इस पुस्तक का कुल साइज 3 MB है | पुस्तक में कुल 140 पृष्ठ हैं |नीचे वर्ग चेतना का आधन्त का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वर्ग चेतना का आधन्त पुस्तक की श्रेणियां हैं : Social, society
Name of the Book is : Varg Chetna Ka Aadhant | This Book is written by Girdhari Lal Vyas | To Read and Download More Books written by Girdhari Lal Vyas in Hindi, Please Click : Girdhari Lal Vyas | The size of this book is 3 MB | This Book has 140 Pages | The Download link of the book "Varg Chetna Ka Aadhant" is given above, you can downlaod Varg Chetna Ka Aadhant from the above link for free | Varg Chetna Ka Aadhant is posted under following categories Social, society |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
एक कदम और आगे बढ़कर उसने पत्थरो और हड्डियो से नुकीले भाले चाकू खुरचनियाँ छेदक सूए सूइयाँ और काँटेदार बर्छियाँ बनाने में कामयाबी हासिल की। इससे वह महागजो तक की शिकार करने में सक्षम हो गया। शिकार और कपड़े की बुनावट ने उसके जीवन मे अभूतपूर्व परिवर्तन ला दिया। उसका हौसला बढता गया जिजीविषा प्रबलतर होती गई। श्रम, तरकीब और अनुभव के साथ-साथ उसके मस्तिष्क का भी विकास होने लगा एवं उसकी चेतना व्यापक होने लगी।