नयी कहानी का समाजशास्त्र | Nayi Kahani Ka Samajshastra के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : नयी कहानी का समाजशास्त्र है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Richa Singh | Dr. Richa Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Dr. Richa Singh | इस पुस्तक का कुल साइज 4 MB है | पुस्तक में कुल 209 पृष्ठ हैं |नीचे नयी कहानी का समाजशास्त्र का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | नयी कहानी का समाजशास्त्र पुस्तक की श्रेणियां हैं : Social
Name of the Book is : Nayi Kahani Ka Samajshastra | This Book is written by Dr. Richa Singh | To Read and Download More Books written by Dr. Richa Singh in Hindi, Please Click : Dr. Richa Singh | The size of this book is 4 MB | This Book has 209 Pages | The Download link of the book "Nayi Kahani Ka Samajshastra" is given above, you can downlaod Nayi Kahani Ka Samajshastra from the above link for free | Nayi Kahani Ka Samajshastra is posted under following categories Social |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
समाज में ही व्यक्ति का विकास होता है। व्यक्ति के प्रति समाज के सम्बन्धो के फलस्वरूप सामाजिक संगठनात्मक व्यवस्थाएं उत्पन्न होती हैं जैसे आर्थिक राजनीतिक, सास्कृतिक आदि। समाज सामाजिक सम्बन्धो का सचरित स्वरूप है। समाज यह सामान्यीकृत व्यवस्था है जो अपनी सभी इकाईयो को अन्त क्रिया द्वारा एकीकृत करती है।