एक अत्यंत रोचक अफ्रीकी लोककथा. एक लड़का रात में सड़क के किनारे एक पत्थर के नीचे अपने पैसे छिपा देता है. अगले दिन सुबह को पत्थर के नीचे से पैसे गायब होते हैं. उसके बाद पुलिस पत्थर को उठाकर कचेहरी में ले जाती है और पत्थर पर वकाई मुकदमा चलता है. पर इस रोचक कहानी का अंत काफी न्यायपूर्ण और सबके हक़ में होता है.
अमरीका में गुलामी के दौरान गोरे लोग अश्वेतों को बिना मुकदमा के मार डालते थे. किसी आरोपी को बिना मुकदमा चलाये मरने को लिंचिंग कहते हैं. अश्वेत इडा बी. वेल्स ने लिंचिंग के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाई. उन्होंने लिंचिंग के खिलाफ बड़ी बुलंदी से लिखा और भाषण दिए. गोरे इससे बहुत नाराज़ हुए और उन्होंने इडा बी. वेल्स का दफ्तर जला दिया. अमरीका की एक बेधड़क पत्रकार की नायाब जीवनी.
रोज़ा पार्क्स अमरीका में अश्वेत आंदोलन की नायिका थीं. गुलामी के ज़मानों में अश्वेतों को बसों और ट्रेनों में गोरों से अलग बैठना पड़ना था. गोरों और अश्वेतों के लिए अलग-अलग रेस्टोरेंट थे, पानी के नल और शौचालय थे. रोज़ा पार्क्स पेशे से एक दर्जिन थीं. एक दिन उन्होंने बस में कंडक्टर का आदेश नहीं माना और बस में से अपनी सीट पर से उठने से मना किया. उन्हें गिरफ्तार किया गया. उसके बाद से एक बड़ा आंदोलन शुरू हुआ. मार्टिन लूथर किंग ने उसका समर्थन किया. रोज़ा पार्क को अमरीका में अश्वेत आंदोलन की नायिका माना जाता है. उनकी बेहद प्रेरक जीवनी.
सूज़न बी. अन्थोनी का जन्म 1820 में हुआ. जब सूज़न का जन्म हुआ तब अमरीका में सभी लोगों को अपनी मनमर्ज़ी के अनुसार जीवन जीने का अधिकार नहीं था.
कुछ लोग गुलाम थे, जो सभी अधिकारों से वंचित थे. महिलाओं के अधिकार भी बहुत सीमित थे. शादीशुदा महिलायें ज़मीन की मालिक नहीं बन सकती थीं. लड़कियों को कॉलेज में पढ़ने की इज़ाज़त नहीं थी. कोई भी महिला वोट नहीं कर सकती थी.
सूज़न, अमरीका के इन हालातों को बदलना चाहती थी. वो मानती थीं कि अमरीका में महिलाओं को भी पुरुषों की तरह ही वोट देने का अधिकार मिलना चाहिए. अपनी मित्र एलिज़ाबेथ केडी स्टैंटन के साथ मिलकर, सूज़न ने सारी ज़िन्दगी महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई लड़ी. महिलाओं के वोट के अधिकार की लड़ाई इतनी लम्बी चलेगी, इसका सूज़न को भी कोई अंदाज़ नहीं था.
बुकर टी. वाशिंगटन एक गुलाम पैदा हुए थे. उन्होंने बेहद संघर्ष करके पढ़ाई की और बाद में एक टीचर बने. वो अमरीका में अश्वेत आंदोलन के प्रमुख नेता बने. उन्होंने अश्वेत छात्रों के लिए टसकजी इंस्टिट्यूट की स्थापना की. वो कॉलेज सिर्फ अश्वेत छात्रों के लिए था. यह पुस्तक बुकर टी. वाशिंगटन की संघर्षमयी ज़िन्दगी को बयां करती है
एक चालाक साही और सीधी-साधी लोमड़ी की कहानी। पोलैंड की लोक कथा. साही, लोमड़ी को चकमा देती है. वो खुद ऊपर का गन्ना ले लेती है और लोमड़ी को जड़ें देती है.
फिर वो अपने लिए नीचे के आलू रखती है और लोमड़ी को ऊपर के बेकार पत्ते देती है. अंत में लोमड़ी, साही से तंग आ जाती है.
एंड्रू कार्नेगी अमेरिका के सफलतम उद्योगपति थे. उन्होंने अमरीका में सबसे बड़े स्टील के प्लांट लगाए। पर बचपन में गरीबी के कारण वो किताबें पढ़ नहीं पाए थे. इसलिए उन्होंने अपने पैसों को दान में लगाया और दुनिया भर में 2500 से भी ज़्यादा पुस्तकालय खोले। एक अत्यंत प्रेरक कथा.
अरेबियन नाइट्स की एक मज़ेदार कहानी। एक व्यापारी की दुकान से एक पहाड़ी आदमी एक थैला लेकर भागता है. दुकानदार उसे पकड़कर क़ाज़ी के पास ले जाता है. चोर ज़ोर देकर कहता है कि वो थैला उसका है. आगे का हाल जानने के लिए इस रोमांचक कहानी को पढ़ें।
स्विट्ज़रलैंड की प्रसिद्ध लोककथा. एक अहंकारी राजा ने बीच बाज़ार एक बांस से अपनी टोपी लटकवाई. हरेक राहगीर को राजा की टोपी के सामने झुककर उसे सलाम करना अब ज़रूरी था. पर विलियम टेल - एक शिकारी को यह गलत लगा. उसने राजा की टोपी के सामने सलाम नहीं किया. विलियम टेल को गिरफ्तार किया और उसे कड़ी सजा सुनाई. विलियम उससे कैसे बचा उसकी रोमांचक कहानी.
एक बूढ़ी औरत को एक सोने की माला मिलती है. उसे उसकी कोई ज़रुरत नहीं है. इसलिए वो उसे एक युवती को भेंट करती है. युवती उसे कुछ जानवर भेंट करती है. पर बूढ़ी औरत को उनकी भी कोई ज़रुरत नहीं होती. इसलिए वो उन्हें एक युवक को भेंट कर देती है. भेंटों का यह सिलसिला ज़ारी रहता है. अंत में बूढ़ी औरत उससे तंग हो जाती है. बाद में युवक और युवती एक-दूसरे से संपर्क में आते हैं और उन्हें एक-दूसरे से प्रेम हो जाता है.
गधा बड़ा मेहनती था. बड़ी लगन से भारी बोझ ढोता था. पर क्योंकि उसके मालिक ने अब ट्रक खरीद लिया था इसलिए उसे अब गधे की ज़रुरत नहीं रही थी. ऐसा लगता था कि अब किसी को भी गधे की ज़रुरत नहीं थी. पोस्टमैन के पास साइकिल थी, पुलिसमैन के पास गाड़ी थी. अंत में गधे को समुद्र तट पर एक अनूठा काम मिलता है - पीठ पर छोटे बच्चों को बैठाकर सैर कराने का!