अस्टावक्र महागीता - ओशो भाग हिंदी | Ashtavakr Mahageeta - Osho Hindi

अस्टावक्र महागीता – ओशो भाग हिंदी | Ashtavakr Mahageeta – Osho Hindi

अस्टावक्र महागीता – ओशो भाग हिंदी  | Ashtavakr Mahageeta – Osho Hindi

अस्टावक्र महागीता – ओशो भाग हिंदी | Ashtavakr Mahageeta – Osho Hindi के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : अस्टावक्र महागीता है | इस पुस्तक के लेखक हैं : osho | osho की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज Unknown है | पुस्तक में कुल UNKOWN पृष्ठ हैं |नीचे अस्टावक्र महागीता का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अस्टावक्र महागीता पुस्तक की श्रेणियां हैं : Spirituality -Adhyatm

Name of the Book is : Ashtavakr Mahageeta | This Book is written by osho | To Read and Download More Books written by osho in Hindi, Please Click : | The size of this book is Unknown | This Book has UNKOWN Pages | The Download link of the book "Ashtavakr Mahageeta " is given above, you can downlaod Ashtavakr Mahageeta from the above link for free | Ashtavakr Mahageeta is posted under following categories Spirituality -Adhyatm |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : Unknown
कुल पृष्ठ : UNKOWN

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

अविनाशिनमात्मानमेकं विज्ञाय तत्वत:।
तवात्मज्ञस्य धीरस्य कथमर्थार्जने रति: ।।46।।
आत्माउज्ञानादहो प्रीतिर्विषयभ्रमगोचरे।
शुक्तेरज्ञानतो लोभो यथा रजतविभ्रमे ।।47।।
विश्व स्फुरति यत्रेदं तरंग इव सागरे।
सोउहमस्मीति विज्ञाय किं दीन हव धावसि ।।48।।
श्रुत्वाउयि शुद्धचैतन्यमात्मानमतिसुन्दरम् ।
उपस्थेऽत्यन्तसंसक्तो मालिन्यमधिगच्छति ।।49।।
सर्वभतेषु चात्मानं सर्वभूतानि चात्मनि।
मनेजनित आश्चर्य ममत्वमनवर्तंते ।।50।।
आस्थित: परमाद्वैतं मोक्षार्थेउयि व्यवस्थित:।
आश्चर्य कामवशगो विकल: केलिशिक्षया ।।51।।

Share this page:

3 Comments

  1. Ashthavakr Maha Geeta Osho hindi
    tao upanishad Osho hindi
    Patanjali yogsutra Osho hindi download karne ke liye page nahi khul raha error 404 not found aa raha hai please isse think kar De thank you

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *