पारिजात | Parijat के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : पारिजात है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ayodhya Singh Upadhyay | Ayodhya Singh Upadhyay की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ayodhya Singh Upadhyay | इस पुस्तक का कुल साइज 7.48 MB है | पुस्तक में कुल 542 पृष्ठ हैं |नीचे पारिजात का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पारिजात पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature
Name of the Book is : Parijat | This Book is written by Ayodhya Singh Upadhyay | To Read and Download More Books written by Ayodhya Singh Upadhyay in Hindi, Please Click : Ayodhya Singh Upadhyay | The size of this book is 7.48 MB | This Book has 542 Pages | The Download link of the book "Parijat " is given above, you can downlaod Parijat from the above link for free | Parijat is posted under following categories literature |
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मानस-तम तमारि बन पाया किसका मुख आलोकित किसका आलोक हो सका लोक-लोक आलोकित किसके प्रथम प्रभात में हुआ भूतल भूति-विभासित किसने थन सित भानु-सिता से की समस्त वसुधा सित किसके दिम तम उपवन में वह कुसुमाकर आया। जिसने भू को कुसुमित, सुरभित, सफलित, सरस बनाया हुआ कहाँ पर साम-गान वह जिसने सुधा बहाई जिसकी स्वर-लहरी सुरपुर में लहराती दिखलाई बजी कहाँ वह मंजुल वीणा जो जगती में गूंजीजिसकी व्यंजक ध्वनि बन पाई धरा-धर्म की पूँजी किसकी कुंजों में मुरली का वह मृदु नाद सुनाया ' जिसने जगत-विजित जीवों पर जीवन-रस बरसाया कौन है |