रूपए की कहानी | Rupaye Ki Kahani के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : रूपए की कहानी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ghanshyam Das Bidala | Ghanshyam Das Bidala की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ghanshyam Das Bidala | इस पुस्तक का कुल साइज 31 MB है | पुस्तक में कुल 306 पृष्ठ हैं |नीचे रूपए की कहानी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | रूपए की कहानी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Rupaye Ki Kahani | This Book is written by Ghanshyam Das Bidala | To Read and Download More Books written by Ghanshyam Das Bidala in Hindi, Please Click : Ghanshyam Das Bidala | The size of this book is 31 MB | This Book has 306 Pages | The Download link of the book "Rupaye Ki Kahani" is given above, you can downlaod Rupaye Ki Kahani from the above link for free | Rupaye Ki Kahani is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
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सारी कहानी दो हिस्सों में सुनाई गई है। जब लिखना शुरू किया था तब तो सोचा था कि पूर्व भाग मीमांसा का होगा और उत्तर भाग रपए की हुंडी का इतिहास होगा और सारा-का-सारा स्वयं में ही लिगा पर मीमांसा-भाग समाप्त करते-करते जब इतिहास-भाग के लिए मसाला इकट्ठा करने लगा तब स्मरण आया कि फेडरेशन आफ इंडियन चेम्बर्स आफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री के तत्वावधान में श्रीपारसनाथ जी ने, कुछ साल पहले, रुपए की हुण्डी का एक अच्छा इतिहास अंग्रेजी में लिखा था। इसलिए उपयुक्त यही लगा कि मैं श्रीपारसनाथ जी से कहूं कि इस ग्रंथ का इतिहास-भाग भी वही लिख दें और उसमें यथासम्भव आजतक की बातों का समावेश कर दें।