भारत की एकता का निर्माण | Bharat Ki Ekta Ka Nirman

भारत की एकता का निर्माण | Bharat Ki Ekta Ka Nirman

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भारत की एकता का निर्माण | Bharat Ki Ekta Ka Nirman के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भारत की एकता का निर्माण है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Sardar Vallabhbhai Patel | Sardar Vallabhbhai Patel की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 41.0 MB है | पुस्तक में कुल 387 पृष्ठ हैं |नीचे भारत की एकता का निर्माण का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भारत की एकता का निर्माण पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, education, Knowledge

Name of the Book is : Bharat Ki Ekta Ka Nirman | This Book is written by Sardar Vallabhbhai Patel | To Read and Download More Books written by Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi, Please Click : | The size of this book is 41.0 MB | This Book has 387 Pages | The Download link of the book "Bharat Ki Ekta Ka Nirman" is given above, you can downlaod Bharat Ki Ekta Ka Nirman from the above link for free | Bharat Ki Ekta Ka Nirman is posted under following categories history, education, Knowledge |

पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 41.0 MB
कुल पृष्ठ : 387

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१५ अगस्त १९४७ को जब भारत स्वाधीन हुआ, तब भारत में ९ प्रान्तों के अतिरिक्त ५८४ रियासतें थीं। इन ५८४ रियासतों में केवल हैदराबाद, काश्मीर और मैसूर यही ३ रियासतें ऐसी थीं, जो आकार और आबादी के लिहाज से पृथक् राज्यों का रूप धारण कर सकती थीं । अधिकांश रियासतें बहुत छोटी थीं और २०२ रियासतें तो ऐसी थीं, जिनका क्षेत्रफल १० वर्गमील से अधिक नहीं था। उस पर भी ये सब की सब रियासतें शासन की पृथक् इकाइयाँ बनी हुई थीं। रियासतों का यह महकमा भारत के प्रथम उपप्रधान मन्त्री श्री सरदार वल्लभभाई पटेल को सौंपा गया और दो वर्षों के भीतर ही उन्होंने सम्पूर्ण भारत को एक बना दिया । उक्त ५८४ रियासतों को ५,८८,००० वर्ग मील क्षेत्रफल और १० करोड़ के लगभग आबादी इस अल्पकाल ही में भारत के आन्तरिक भाग बन गए। उसी तरह, जिस तरह भारत के अन्य राज्य हैं।

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