मोक्ष मार्ग प्रदीपिका | Moksh Marg Pradipika
मोक्ष मार्ग प्रदीपिका | Moksh Marg Pradipika के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : मोक्ष मार्ग प्रदीपिका है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Kishandayal Singh | Kishandayal Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Kishandayal Singh | इस पुस्तक का कुल साइज 3.4 MB है | पुस्तक में कुल 226 पृष्ठ हैं |नीचे मोक्ष मार्ग प्रदीपिका का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मोक्ष मार्ग प्रदीपिका पुस्तक की श्रेणियां हैं : inspirational, Knowledge
Name of the Book is : Moksh Marg Pradipika | This Book is written by Kishandayal Singh | To Read and Download More Books written by Kishandayal Singh in Hindi, Please Click : Kishandayal Singh | The size of this book is 3.4 MB | This Book has 226 Pages | The Download link of the book "Moksh Marg Pradipika" is given above, you can downlaod Moksh Marg Pradipika from the above link for free | Moksh Marg Pradipika is posted under following categories inspirational, Knowledge |
Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
उसके चरण कमलों में इस अल्पज्ञ को वारम्बार नमस्कार है। जिसकी लेश मात्र कृपा से ही इस एक छोटी सी पुस्तक के रचने का साहस किया है। इस पुस्तक में गुरू महिमा–तथा ईश्वर की अनेकानेक भक्ति पूर्ण स्तुति, प्रार्थना और उपासना इलादि के उत्तम उतम भजन दर्शाये गये हैं जिसमें श्रीमद्भग्वतगीता के आशय पर ही विशेपतया रचना की गई है जो ईश्वर के प्रेम भक्ति और वैराग्य की ओर ले जाने वाली हैं कारण यह है कि जब प्रेम होता है जभी भक्ति होती है और भक्ति से ज्ञान उत्पन्न होता है और ज्ञान से मोक्ष प्राप्त होता है।