आधुनिक संतों की आधुनिक यात्रा | Adhunik Santon Ki Adhunik Yatra

आधुनिक संतों की आधुनिक यात्रा | Adhunik Santon Ki Adhunik Yatra

आधुनिक संतों की आधुनिक यात्रा | Adhunik Santon Ki Adhunik Yatra के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : आधुनिक संतों की आधुनिक यात्रा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.3 MB है | पुस्तक में कुल 100 पृष्ठ हैं |नीचे आधुनिक संतों की आधुनिक यात्रा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | आधुनिक संतों की आधुनिक यात्रा पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, hindu, Knowledge

Name of the Book is : Adhunik Santon Ki Adhunik Yatra | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 6.3 MB | This Book has 100 Pages | The Download link of the book "Adhunik Santon Ki Adhunik Yatra" is given above, you can downlaod Adhunik Santon Ki Adhunik Yatra from the above link for free | Adhunik Santon Ki Adhunik Yatra is posted under following categories dharm, hindu, Knowledge |


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पुस्तक का साइज : 6.3 MB
कुल पृष्ठ : 100

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जिस 'दुनिया' शब्द का प्रयोग इंसान अमूमन अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में करता है उसका व्यावहारिक अर्थ भले ही 'विश्व' से हो या मानचित्र पर सिमटी पूरी 'भोगोलिक पृथ्वी' के गोलाकार से, पर वह दुनिया, जिसे वह 'दुनिया' कह कर संबोधित करता है वह कुछ और नहीं उसके चारों ओर मौजूद लोगों के एक जमावड़े का नाम है जिसके बीच वह पलता और पनपता है, गिरता और संभलता है। अपने जीवन काल में वह जो कुछ भी ले देकर अपने को चुकता करता है वही उसकी वह दुनिया होती है जिसे वह अपने इर्द-गिर्द जीता है, बुनता है और उसमें घटता-बढ़ता है। इसलिए जीवन में आए या मिले लोग उस इंसान के जीवन को बनाने-बिगाड़ने में एक अहम भूमिका अदा करते हैं। सच तो यह है कि इंसान एक सामाजिक ही नहीं एक सामूहिक प्राणी भी है। समाज और समूह ही उसकी दुनिया की परिभाषा या सीमा को तय करते हैं ऐसे में उसका जीवन दूसरों के जीवन से बहुत कुछ सीखता है। उनसे आकर्षित व प्रभावित होता है।

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