जाहरपीर | Jaharpeer के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : जाहरपीर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 05.2 MB है | पुस्तक में कुल 401 पृष्ठ हैं |नीचे जाहरपीर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | जाहरपीर पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Jaharpeer | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 05.2 MB | This Book has 401 Pages | The Download link of the book "Jaharpeer " is given above, you can downlaod Jaharpeer from the above link for free | Jaharpeer is posted under following categories Knowledge, Stories, Novels & Plays |
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अरे चलि मेरे बेटा डिगर चलौ हतनापुर मनुआ ढारया वैतौ रे गुरू गगाजी न्हवाई दे नातौ छोडयौ जोग ऐ तो ते गुरू जाउ न्हाइ लेउ गोरख सी गगा। अरे में मिलू कुटम में जाइ वाजरी बै लुगी वगा तम्मू मैख उखारि मैसे चेला कसना लियो बनाइ ऐ मजल्यौ मजत्यौ जोगी चाल्यौ मजल्यौ ऐ आसन माडयौ असिन माहिं भगम्मर तान्यो बाबा बैठयौ जल थल पूरि अजमति के गुर तम्मू तनाऐ अनहद के बाजे नाद बिन सूट विन डोरि मेरे बाबा अघर भगम्मर तान्या परि सोमत जागे पाचौं पडा छठी कमता माइ है।