ज्योतिषचन्द्रिका | Jyotishchandrika के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : ज्योतिषचन्द्रिका है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Gangaprasad Singh | Gangaprasad Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Gangaprasad Singh | इस पुस्तक का कुल साइज 4.3 MB है | पुस्तक में कुल 87 पृष्ठ हैं |नीचे ज्योतिषचन्द्रिका का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ज्योतिषचन्द्रिका पुस्तक की श्रेणियां हैं : jyotish
Name of the Book is : Jyotishchandrika | This Book is written by Gangaprasad Singh | To Read and Download More Books written by Gangaprasad Singh in Hindi, Please Click : Gangaprasad Singh | The size of this book is 4.3 MB | This Book has 87 Pages | The Download link of the book "Jyotishchandrika" is given above, you can downlaod Jyotishchandrika from the above link for free | Jyotishchandrika is posted under following categories jyotish |
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जब हम आर्ष ग्रन्थों और प्राचीन इतिहासे के देखते हैं, और अपने देश को वसमान और व्यतीत दशाका मिलान करते हैं, तो पृथ्वी और प्रकाश का अन्तर पाते हैं । वहो देश जो एक समय में ऋषि मुनिये से अलंकृत, वेदादि सकास्त्रो से जटित, विद्या बल धन पौरुषादि से भूषित, सत्यता धार्मिकता आदि श्रेष्ठ गुणांसे शोभायमान, और सभ्यता की खानिथा. इस समय वह देश दिन प्रतिदिन अवनति के प्राप्त होता चला जाता है ।