कली कथा | Kali Katha के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : कली कथा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Alka Saravagi | Alka Saravagi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Alka Saravagi | इस पुस्तक का कुल साइज 475.3 KB है | पुस्तक में कुल 7 पृष्ठ हैं |नीचे कली कथा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कली कथा पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Kali Katha | This Book is written by Alka Saravagi | To Read and Download More Books written by Alka Saravagi in Hindi, Please Click : Alka Saravagi | The size of this book is 475.3 KB | This Book has 7 Pages | The Download link of the book "Kali Katha" is given above, you can downlaod Kali Katha from the above link for free | Kali Katha is posted under following categories Knowledge, Stories, Novels & Plays |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
इस संसार में बीता हुआ कुछ भी खोता नहीं है । कैसे खो सकता है जब हम हैं अभी तक ज़्यादा से ज़्यादा वह हमारे अंदर भीतर कहीं दूर पुराने उजड़े शहरों की तरह ऊपर की परतों की तह में दफन हो जाता है वे सारे शब्द जो हमने सुने, जो हमने बोले, वे सारे दृश्य जो हमने देखे, वे सारे सुख-दुख जो हमने झेले बीती हुई एक घड़ी भी कभी मरती नहीं वह वहीं अंदर दुबकी रहती है और कहते हैं कि जिस समय आदमी मरता है|