शम्बर कन्या | Sambar Kanya

शम्बर कन्या | Sambar Kanya

शम्बर कन्या | Sambar Kanya

शम्बर कन्या | Sambar Kanya के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : शम्बर कन्या है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Rajiv Dixit | Rajiv Dixit की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 05.0 MB है | पुस्तक में कुल 115 पृष्ठ हैं |नीचे शम्बर कन्या का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | शम्बर कन्या पुस्तक की श्रेणियां हैं : comedy

Name of the Book is : Sambar Kanya | This Book is written by Rajiv Dixit | To Read and Download More Books written by Rajiv Dixit in Hindi, Please Click : | The size of this book is 05.0 MB | This Book has 115 Pages | The Download link of the book "Sambar Kanya" is given above, you can downlaod Sambar Kanya from the above link for free | Sambar Kanya is posted under following categories comedy |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 05.0 MB
कुल पृष्ठ : 115

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विश्वरथ और जमदग्नि अत्यन्त स्नेह से अपना शैशव और बाल्यकाल पार कर जाते हैं और ज्यों-ज्यों वे बड़े होते जाते हैं त्यों-त्यों उनका स्नेह भी बढ़ता चलता है। जब वे सात वर्षके हुए तो वे परम ज्ञानी तथा विद्वान् भरद्वाज ऋषिकी सुन्दरी कन्या लोपामुद्रासे स्नेह करने लगे अपना विवाह न करनेकी प्रतिज्ञा लेकर वह अपने पिताके क्रोधसे बचने के लिये ऋची कके पास चली आई। अवस्था लोपामुद्रासे बहुत छोटे होते हुए भी विश्वरथ और जमदग्नि दोनोंने यह निश्चय किया कि हम विवाह करेंगे तो लोपामुद्रासे. ही किन्तु जब उन्हें लोपामुद्राकी प्रतिज्ञाका समाचार मिला तो वे सन्न रह गए।

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