पध पुष्प की अमर सौरभ | Padh Pusp Ki Amar Sourabh के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : पध पुष्प की अमर सौरभ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Suyash Muni | Shri Suyash Muni की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Suyash Muni | इस पुस्तक का कुल साइज 5.1 MB है | पुस्तक में कुल 147 पृष्ठ हैं |नीचे पध पुष्प की अमर सौरभ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पध पुष्प की अमर सौरभ पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Padh Pusp Ki Amar Sourabh | This Book is written by Shri Suyash Muni | To Read and Download More Books written by Shri Suyash Muni in Hindi, Please Click : Shri Suyash Muni | The size of this book is 5.1 MB | This Book has 147 Pages | The Download link of the book "Padh Pusp Ki Amar Sourabh" is given above, you can downlaod Padh Pusp Ki Amar Sourabh from the above link for free | Padh Pusp Ki Amar Sourabh is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
मानव-जीवन को सफल और सार्थक बनाने के जो महान् साधन माने गये हैं। उनमें से छह मुख्य साधनों पर इस पुस्तक में विस्तार के साथ प्रकाश डाला गया है। उत्तर भारतीय प्रवर्तक भण्डारी श्री पद्मचन्द्र जी महाराज के शिष्यरन जैन आगमों व जैन साहित्य विद्वान् उपप्रवर्तक श्री अमर मुनि जी महाराज के मार्गदर्शन एवं सुयोग्य के नेतृत्व में उनके सुशिष्य श्री सुयश मुनि जी 'सीरभ' ने। उन छह कारणों पर बहुत ही सुन्दर शैली में रोचक वर्णन किया है। मुनिश्री की शैली इतनी रोचक है कि पढ़ने वालों को इसमें शोध निवन्ध, ललित निबन्ध, प्रवचन और उपन्यास जैसा अनेक रस मिश्रित स्वाद आयेगा और पढ़ने वाला उकतायेगा नहीं, यही तो सफल लेखन की विशेषता है।