उत्तर प्रदेश में ग्रामीण विकास के लिए नई कृषि सम्बन्धी तकनीक की समस्यायें एवं सम्भावनाये | Uttar Pradesh Me Gramin Vikas Ke Liye Nayi Krishi Sambandhi Taknik Ki Samsyaye Evm Sambhawnaye के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : उत्तर प्रदेश में ग्रामीण विकास के लिए नई कृषि सम्बन्धी तकनीक की समस्यायें एवं सम्भावनाये है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 16.9 MB है | पुस्तक में कुल 290 पृष्ठ हैं |नीचे उत्तर प्रदेश में ग्रामीण विकास के लिए नई कृषि सम्बन्धी तकनीक की समस्यायें एवं सम्भावनाये का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | उत्तर प्रदेश में ग्रामीण विकास के लिए नई कृषि सम्बन्धी तकनीक की समस्यायें एवं सम्भावनाये पुस्तक की श्रेणियां हैं : Agriculture
Name of the Book is : Uttar Pradesh Me Gramin Vikas Ke Liye Nayi Krishi Sambandhi Taknik Ki Samsyaye Evm Sambhawnaye | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 16.9 MB | This Book has 290 Pages | The Download link of the book "Uttar Pradesh Me Gramin Vikas Ke Liye Nayi Krishi Sambandhi Taknik Ki Samsyaye Evm Sambhawnaye " is given above, you can downlaod Uttar Pradesh Me Gramin Vikas Ke Liye Nayi Krishi Sambandhi Taknik Ki Samsyaye Evm Sambhawnaye from the above link for free | Uttar Pradesh Me Gramin Vikas Ke Liye Nayi Krishi Sambandhi Taknik Ki Samsyaye Evm Sambhawnaye is posted under following categories Agriculture |
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1901 में जहाँ देश की जनसंख्या का 89.1% भाग गाँवों में निवास करता था वहीं 1981 में 76.7% भाग ग्रामों में निवास करता था इसकी कमी का मुख्य कारण नगर जनसंख्या में वृद्धि होना है गांवों की भुखमरी की स्थिति के बचने के लिए अकुशल मजदूरनगरों की ओर पलायन कर रहे थे अधिकांश ग्रामीणों के पास उत्पादक आधार की कमी होती है बहुतायत के पास मात्र उनका शारीरिक श्रम ही उत्पादक होता है। अतः भुखमरी से बचने के लिए उनका नगरों की ओर पलायन हो जाता है इसके बावजूद कृषि पर उनकी निर्भरता बनी रहती है |