सरस्वती घाटी सभ्यता | Saraswati Ghati Sabhyata

सरस्वती घाटी सभ्यता | Saraswati Ghati Sabhyata

सरस्वती घाटी सभ्यता | Saraswati Ghati Sabhyata के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : सरस्वती घाटी सभ्यता है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Mahendra Nainsingh | Mahendra Nainsingh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 65.1 MB है | पुस्तक में कुल 319 पृष्ठ हैं |नीचे सरस्वती घाटी सभ्यता का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सरस्वती घाटी सभ्यता पुस्तक की श्रेणियां हैं : history

Name of the Book is : Saraswati Ghati Sabhyata | This Book is written by Mahendra Nainsingh | To Read and Download More Books written by Mahendra Nainsingh in Hindi, Please Click : | The size of this book is 65.1 MB | This Book has 319 Pages | The Download link of the book "Saraswati Ghati Sabhyata" is given above, you can downlaod Saraswati Ghati Sabhyata from the above link for free | Saraswati Ghati Sabhyata is posted under following categories history |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 65.1 MB
कुल पृष्ठ : 319

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

कई विद्वान जनसामान्य की अवधारणा के अनुसार यह कहकर समस्या से पीछा छुड़ा लेते हैं कि यह राम कोई दूसरा राम रहा होगा। रामकथा से इस वैदिक राम को कोई सम्बंध नहीं ऐसा सोचने का कारण भी है कि उपर्युक्त सूक्त में आए चारों नामों को एक ही में सम्माहित करने वाली वंशावली न तो पुराणों में मिलती है न ही रामायण में यदि यह मान भी लें कि यह राम कोई दूसरा राम रहा होगा तो इस राम का ऐतिहासिक महत्व क्या है? किसी ऋषि पुराहित या गुरु के लिए पाँच सौ रथ या अश्व जुतवाने वाला वंश भी कम महत्वपूर्ण तो नहीं रहा होगा।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.