आखिरी मोड़ | Aakhiri Mod

आखिरी मोड़ | Aakhiri Mod

आखिरी मोड़ | Aakhiri Mod के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : आखिरी मोड़ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Premlal Shifa | Dr. Premlal Shifa की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 23.3 MB है | पुस्तक में कुल 168 पृष्ठ हैं |नीचे आखिरी मोड़ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | आखिरी मोड़ पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Poetry

Name of the Book is : Aakhiri Mod | This Book is written by Dr. Premlal Shifa | To Read and Download More Books written by Dr. Premlal Shifa in Hindi, Please Click : | The size of this book is 23.3 MB | This Book has 168 Pages | The Download link of the book "Aakhiri Mod" is given above, you can downlaod Aakhiri Mod from the above link for free | Aakhiri Mod is posted under following categories dharm, Poetry |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 23.3 MB
कुल पृष्ठ : 168

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इस शेर से मुराद यह है कि जब इन्सान गुरुदेव के चरणों में पहुंच जाता है तो शौक़ के मोड़ खत्म हो जाते हैं । उसका रास्ता सीधा रह जाता है । मंज़िल सामने होती है और रहवर के नक्शे कदम पर चल कर इन्सान मंज़िल तक पहुंच सकता है। लेकिन इससे यह मुराद नहीं है कि आगे रास्ता इतना साफ़ है कि गोया सीमेंट की सड़क हो; ऐसा हरगिज़ नहीं है । आगे रास्ता बहुत खतरनाक भी है। रास्ते में अन्धे कुएं हैं बड़े-बड़े गढ़ हैं। अगर पुराने शौक़ का ख्याल गया और पीछे की ओर देखते हुए आगे बढ़े तो ऐसे गढ़ में गिरेंगे कि निकल भी न पायेंगे इसीलिए इस शेर में नक्श-क़दम को देख-देखकर चलने की शर्त है । जो राह बनी हुई है उसी पर चलना है और देखते-देखते चलना है।

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