बापू की कलम | Bapu Ki Kalam के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : बापू की कलम है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Acharya Kaka Kalelkar | Acharya Kaka Kalelkar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Acharya Kaka Kalelkar | इस पुस्तक का कुल साइज 15 MB है | पुस्तक में कुल 472 पृष्ठ हैं |नीचे बापू की कलम का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बापू की कलम पुस्तक की श्रेणियां हैं : society
Name of the Book is : Bapu Ki Kalam | This Book is written by Acharya Kaka Kalelkar | To Read and Download More Books written by Acharya Kaka Kalelkar in Hindi, Please Click : Acharya Kaka Kalelkar | The size of this book is 15 MB | This Book has 472 Pages | The Download link of the book "Bapu Ki Kalam" is given above, you can downlaod Bapu Ki Kalam from the above link for free | Bapu Ki Kalam is posted under following categories society |
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अत्तर भारतकी मर्व-सामान्य भापा हिन्दीको राप्ट्रभाषाकी अच्च पदवी दिलानेवी महात्मा गाधीकी अत्स्ट कोशिश सब जानते ही हैं। आजकलके बुरे दिनोमें गांधीजौकी अिस सेवाका स्मरण विशेष रूपसे हो रहा है, जब कि हिन्दी भापाके चन्द अभिमानी लोग भारतीय परिवारकी सव भाषाओको संतुष्ट करके अनका सहयोग प्राप्त करने की आवश्यकताको भूलकर, हिन्दीको कमजोर कर रहे है। कही कही हिन्दीके प्रति अरुचि भी पैदा कर रहे हैं, और अिस गह-कलहमे बल पाकर विदेशी भापा म्वतत्र भारतमे अपनी जड़े मजवृत कर रही है।