रोटी का राग | Roti Ka Raag के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : रोटी का राग है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Acharya Kaka Kalelkar | Acharya Kaka Kalelkar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Acharya Kaka Kalelkar | इस पुस्तक का कुल साइज 13 MB है | पुस्तक में कुल 95 पृष्ठ हैं |नीचे रोटी का राग का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | रोटी का राग पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry
Name of the Book is : Roti Ka Raag | This Book is written by Acharya Kaka Kalelkar | To Read and Download More Books written by Acharya Kaka Kalelkar in Hindi, Please Click : Acharya Kaka Kalelkar | The size of this book is 13 MB | This Book has 95 Pages | The Download link of the book "Roti Ka Raag" is given above, you can downlaod Roti Ka Raag from the above link for free | Roti Ka Raag is posted under following categories Poetry |
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अब वह जमाना खत्म हो चुका है। अब कवियों ने भी देख लिया है कि अपना आश्रय-स्थान अब बदलना होगा। राजाश्रय छोड़कर लोकाश्रय पाने के दिन आगये हैं। अब कवि भी अपने-अपने राष्ट्र का और अपनी जाति का गायन गाने लगे हैं । लेकिन जिनके पास सच्चा हृदय है, पीड़ित जनता का दुःख असह्य होकर जो लोग करुणा-मूर्ति बन गये हैं, वे लोग अब बास्तविक को ही गाना पसन्द करते हैं ।