जीवन सुधा | Jivan Sudha

जीवन सुधा | Jivan Sudha

जीवन सुधा | Jivan Sudha के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : जीवन सुधा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Yashpal Jain | Yashpal Jain की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 33.68 MB है | पुस्तक में कुल 763 पृष्ठ हैं |नीचे जीवन सुधा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | जीवन सुधा पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature

Name of the Book is : Jivan Sudha | This Book is written by Yashpal Jain | To Read and Download More Books written by Yashpal Jain in Hindi, Please Click : | The size of this book is 33.68 MB | This Book has 763 Pages | The Download link of the book "Jivan Sudha" is given above, you can downlaod Jivan Sudha from the above link for free | Jivan Sudha is posted under following categories literature |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 33.68 MB
कुल पृष्ठ : 763

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भाव यही है कि छायावादी कविता एक और तो सत्य के स्वरूप की ओर निर्देश करती है। दूसरी ओर एक भविष्यवाणी का रूप प्रहण करता है। एक ओर उसकी छाया में सांत का मिलाप अनन्त से होता है और दूसरीओर वह एक अमर सन्देश का वहन करती है । जो वस्तु अथवा विषय हृदय को बहुत ही प्रिय है, सुखद है तथा आनन्द स्रोत में बहाने वाला है, उसकी परिकल्पना तथा उद्भावना ही हृदय वाद की सृष्टि करती है। इसमें कवि की प्राकृतिक-सुपमा के प्रति जिज्ञासु-पृर्ण-सरस तथा निग्ध कल्पनायें रहती हैं। इनकी कविताएँ हृदयवाद की तो हैं ही; परन्तु इसमें करुण भावों का समावेश हुआ है जो इनकी विशेषता है।

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