युगाधार गाँधी | Yugadhar Gandhi के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : युगाधार गाँधी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Ramnath | Shri Ramnath की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Ramnath | इस पुस्तक का कुल साइज 5 MB है | पुस्तक में कुल 180 पृष्ठ हैं |नीचे युगाधार गाँधी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | युगाधार गाँधी पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Yugadhar Gandhi | This Book is written by Shri Ramnath | To Read and Download More Books written by Shri Ramnath in Hindi, Please Click : Shri Ramnath | The size of this book is 5 MB | This Book has 180 Pages | The Download link of the book "Yugadhar Gandhi" is given above, you can downlaod Yugadhar Gandhi from the above link for free | Yugadhar Gandhi is posted under following categories history |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
पोरबन्दर से जब इनके पिता राजकोट गये तब मोहनदास की उम्र लगभग सात वर्ष की थी । वहाँ इनकी शिक्षा मन्दगति से चलती रही । यह पाठशाला के साधारण विद्यार्थियों में थे । इनका स्वभाव बड़ा संकोची और झंपू था और यह किसी से ज्यादा मिलते-जुलते न थे। पाठशाला खत्म होती और घर आ जाते पर पिता-माता के अच्छे संस्कारों के मदनदास में प्रबलता थी । झूठ बोलने का दुर्ग फभी उनमें न छाया । मोहनदास में सत्यं की अर वचपन से ही रुचि श्री प्रवृत्ति थी ।