हलचल के पंख | Halchal ke Pankh के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : हलचल के पंख है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Mohan Avasthi | Dr. Mohan Avasthi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Dr. Mohan Avasthi | इस पुस्तक का कुल साइज 3 MB है | पुस्तक में कुल 134 पृष्ठ हैं |नीचे हलचल के पंख का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | हलचल के पंख पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry
Name of the Book is : Halchal ke Pankh | This Book is written by Dr. Mohan Avasthi | To Read and Download More Books written by Dr. Mohan Avasthi in Hindi, Please Click : Dr. Mohan Avasthi | The size of this book is 3 MB | This Book has 134 Pages | The Download link of the book "Halchal ke Pankh" is given above, you can downlaod Halchal ke Pankh from the above link for free | Halchal ke Pankh is posted under following categories Poetry |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
कविता के स्वरूप पर आचार्यों कवियों तथा समीक्षकों ने अपने-अपने ढंग से विचार किया है। लेकिन मेरी दृष्टि में कविता वस्तुतः लय-भाव-बिम्बित मनोरम वाणी है। यों तो आज दलबद्ध आलोचकों की जोर-जबरदस्ती के आधार पर किसी को भी कवि घोषित कर दिया जाता है परन्तु यह एक साधारण तथ्य है कि यदि गद्य और पद्य दो भिन्न विधाएँ हैं तो उनकी पृथक पृथक स्थिति सिद्ध करने वाले लक्षण भी होने चाहिए गघ से पद्य भिन्न है इसका ज्ञान होता है लपाधार से लयात्मकता पद्य का अनिवार्य गुण है।