किसान – सुख – साधन | kisan – Sukh – Sadhan

किसान – सुख – साधन | kisan – Sukh – Sadhan

किसान – सुख – साधन | kisan – Sukh – Sadhan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : किसान – सुख – साधन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Devnarayan Dwivedi | Devnarayan Dwivedi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 7 MB है | पुस्तक में कुल 182 पृष्ठ हैं |नीचे किसान – सुख – साधन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | किसान – सुख – साधन पुस्तक की श्रेणियां हैं : Social

Name of the Book is : kisan – Sukh – Sadhan | This Book is written by Devnarayan Dwivedi | To Read and Download More Books written by Devnarayan Dwivedi in Hindi, Please Click : | The size of this book is 7 MB | This Book has 182 Pages | The Download link of the book "kisan – Sukh – Sadhan" is given above, you can downlaod kisan – Sukh – Sadhan from the above link for free | kisan – Sukh – Sadhan is posted under following categories Social |

पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 7 MB
कुल पृष्ठ : 182

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चर्खा संघ स्थापित किये गये हैं। इन दो संस्थाओकी उन्नतिसे ग्रामोन्नति होगी । ग्रामोन्नतिका कार्य उतना सुन्दर नही है जितना वह पहले मालूम होता है । भारतमें शहरोकी अपेक्षा गाँव बहुत अधिक हैं । आजकल लोग जब ग्रामोन्नतिकी बातें करते हैं तो उनके सामने उसके वे ही उपाय रहते हैं जो पाश्चात्य देशोमे काममे लाये जाते हैं। वे समझते हैं कि कल-कारखानों की उन्नति के बिना ग्रामोन्नति सम्भव नहीं यदि कल-कारखानोकी बदौलत गॉवोका सुधार किया गया

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