भारत के प्रख्यात नास्तिक | Bharat Ke Prakhyat Nastik के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : भारत के प्रख्यात नास्तिक है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Ranjeet | Dr. Ranjeet की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Dr. Ranjeet | इस पुस्तक का कुल साइज 1000.7 KB है | पुस्तक में कुल 272 पृष्ठ हैं |नीचे भारत के प्रख्यात नास्तिक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भारत के प्रख्यात नास्तिक पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Bharat Ke Prakhyat Nastik | This Book is written by Dr. Ranjeet | To Read and Download More Books written by Dr. Ranjeet in Hindi, Please Click : Dr. Ranjeet | The size of this book is 1000.7 KB | This Book has 272 Pages | The Download link of the book "Bharat Ke Prakhyat Nastik " is given above, you can downlaod Bharat Ke Prakhyat Nastik from the above link for free | Bharat Ke Prakhyat Nastik is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
मेरा खयाल है कि आस्तिकता ने मानवसमाज को जो बड़े-बड़े नुकसान पहुंचाये हैं, उनमें से एक, मानवीय श्रमदिवसों की यह बेहिसाब बर्बादी भी है। धर्मग्रन्थों के अध्ययन-मनन, अनुसंधान और विभिन्न मतों के बीच शास्त्रार्थ में लगे रहे और आज भी लगे हुए धर्माचार्यों के निरुत्पादक और निरर्थक श्रम को भी इसी बर्बादी में जोड़ना चाहिए। शायद ही मानवजाति ने, युद्धों को छोड़कर और किसी काम में, अपने समय, श्रम और संसाधनों की ऐसी भयंकर बर्बादी की हो। आस्तिकता से मानवजाति को जो दूसरा बड़ा नुकसान हुआ है |