हिसनुल मुस्लिम : कुरआन और हदीस की दुआ हिंदी पुस्तक पीडीऍफ़ में डाउनलोड | Hisnul Muslim : Kuraan Aur Hadees Ki Dua Hindi Book Free PDF Download

हिसनुल मुस्लिम : कुरआन और हदीस की दुआ | Hisnul Muslim : Kuraan Aur Hadees Ki Dua

हिसनुल मुस्लिम : कुरआन और हदीस की दुआ | Hisnul Muslim : Kuraan Aur Hadees Ki Dua

हिसनुल मुस्लिम : कुरआन और हदीस की दुआ | Hisnul Muslim : Kuraan Aur Hadees Ki Dua के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : हिसनुल मुस्लिम है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 5.5 MB है | पुस्तक में कुल 213 पृष्ठ हैं |नीचे हिसनुल मुस्लिम का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | हिसनुल मुस्लिम पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, islam

Name of the Book is : Hisnul Muslim | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 5.5 MB | This Book has 213 Pages | The Download link of the book "Hisnul Muslim" is given above, you can downlaod Hisnul Muslim from the above link for free | Hisnul Muslim is posted under following categories dharm, islam |

पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 5.5 MB
कुल पृष्ठ : 213

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हिस्नुल मुस्लिम अतः हमें नरक के अज़ाब से बचा ले ! ऐ हमारे पालनकर्ता जिसको तूने नरक में डाला तो अवश्य उसको आप ने अपमानित किया और ज़ालिमों का कोई सहायक नहीं | ऐ हमारे रब हम ने एक पुकारने वाले को सुना जो ईमान की ओर पुकार रहा था कि लोगो अपने रब पर ईमान लाओ | तो हम ईमान ले आये | ऐ हमारे रब अब तू हमारे पापों को क्षमा कर दे और हमारी बुराईयाँ हम से मिटा दे | और मरने के बाद हमें नेक बन्दों के साथ कर दे | ऐ हमारे रब तूने जिन-जिन चीज़ों के विषय में हम से अपने पैगम्बरों के मुख से वायदे किये हैं वह हमें प्रदान कर, और क़ियामत के दिन हमें अपमानित न करना, इस में कुछ संदेह नहीं कि तू वायदा के विपरीत नहीं करता । अतः उन के पालनहार ने उनकी प्रार्थना स्वीकार की कि तुम में किसी कार्यकर्ता के कर्मों को चाहे वह पुरूष हो अथवा स्त्री मैं कदापि विफल नहीं करता | तुम आपस में एक दूसरे से हो, इसलिए वह लोग जिन्होंने हिजरत किया और अपने घरों से निकाल दिये गये और जिन्हें मेरे मार्ग में कष्ट दिया

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