भजन आराधना : अनूप जलोटा | Bhajan Aradhana : Anoop Jalota के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : भजन आराधना है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Anoop Jalota | Anoop Jalota की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Anoop Jalota | इस पुस्तक का कुल साइज 4.8 MB है | पुस्तक में कुल 36 पृष्ठ हैं |नीचे भजन आराधना का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भजन आराधना पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, hindu, Poetry
Name of the Book is : Bhajan Aradhana | This Book is written by Anoop Jalota | To Read and Download More Books written by Anoop Jalota in Hindi, Please Click : Anoop Jalota | The size of this book is 4.8 MB | This Book has 36 Pages | The Download link of the book " Bhajan Aradhana" is given above, you can downlaod Bhajan Aradhana from the above link for free | Bhajan Aradhana is posted under following categories dharm, hindu, Poetry |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
बंदे ले प्रभु का नाम ईश्वर के गुण गाया कर, मन के मैले मंदिर में झाडू रोज़ लगाया कर। 1।। । सोने में तो रात गंवाई दिन भर करता काम रहा,
इसी तरह बरबाद तू बंदे करता अपना आरा रहा, | प्रातःकाल उठ प्रेम से सत्संगति में जाया कर । 2। | दुणिया पास पड़ा है तेरे तूने मौज उड़ाई तो क्या, । भूखा-प्यासा पड़ा पड़ोसी तूने रोटी खाई लो क्या, सब से पहले पूछकर भोजन की ते खाया कर।3।। नर तन के चोले का पानी बच्चों को कोई खेल नहीं, जन्म-जन्म के शुभ कर्मों का होता जब तक मेल नहीं, नर तन पाने के लिए उत्तम कर्म कमाया कर ।4।। देखो दयां जगदीश्वर की वेदों का जिन ज्ञान दिया, ‘सोच समझले अपने मन में कितना है कल्याण किया, सब कर्मों को छोड़कर प्रभु को ही तू ध्याया कर ।5