अघोरी तंत्र | Aghori Tantra

अघोरी तंत्र | Aghori Tantra

अघोरी तंत्र | Aghori Tantra के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : अघोरी तंत्र है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Pt. Gourishankar Ji Sharma | Pt. Gourishankar Ji Sharma की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 26.5 MB है | पुस्तक में कुल 84 पृष्ठ हैं |नीचे अघोरी तंत्र का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अघोरी तंत्र पुस्तक की श्रेणियां हैं : Tantra-Mantra

Name of the Book is : Aghori Tantra | This Book is written by Pt. Gourishankar Ji Sharma | To Read and Download More Books written by Pt. Gourishankar Ji Sharma in Hindi, Please Click : | The size of this book is 26.5 MB | This Book has 84 Pages | The Download link of the book "Aghori Tantra " is given above, you can downlaod Aghori Tantra from the above link for free | Aghori Tantra is posted under following categories Tantra-Mantra |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 26.5 MB
कुल पृष्ठ : 84

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हिन्दुस्थानमें ऐसी २ विद्या भरी पड़ी हैं कि जिनको देखकर अंग्रेजही क्या बल्कि सारे संसारके लोग ताज्जुबमें आजाते हैं। उन विद्याओंमेंसे यहां पर मंत्रविद्याका जिकर किया जाता है। इस विद्याकी आजमायश हमने कई बार की है। अनेक मंत्र तन्त्रके वसीलेसे बहुतेरे अजायब काम होते देखे हैं। मंत्रके जरियेसे चोर पकडे गये हैं। मंत्र पढी हुई कुछ शै खानेसे चोरके बदनसे लहू बहा है। मंत्र पढे हुए लकडीके टुकडेने बराबर एक साथ उछलकर चोरको पकड़ा है। पानी, चावल, राख यह तीनों मंत्रसे पढे जाकर हरेक कामपर अपना जोर दिखाते हैं। हमने यहांतक देखा कि मंत्रके पढतेही सांपका जहर उतर गया। बस मंत्र| विद्याको झूठा साबित करनेकी हिम्मत कोई भी नहीं कर सकता है। जिसके काम रोजमर्रा हम अपने आसपास देखते हैं, उसको किस तौरसे झूठा कहें ? इस विद्याकी अन्दरूनी बातोंको न जानकर, इसके सबब और इसके वसीलेकी वाकिफकारी न होनेपर क्या कोई इस विद्याको झूठ कहनेकी हिम्मत ।

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