अर्थशास्त्र के सिद्धांत | Arthashastra Ke Siddhant

अर्थशास्त्र के सिद्धांत | Arthashastra Ke Siddhant

अर्थशास्त्र के सिद्धांत | Arthashastra Ke Siddhant

अर्थशास्त्र के सिद्धांत | Arthashastra Ke Siddhant के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : अर्थशास्त्र के सिद्धांत है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Alfred Marsha | Alfred Marsha की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 23.0 MB है | पुस्तक में कुल 890 पृष्ठ हैं |नीचे अर्थशास्त्र के सिद्धांत का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अर्थशास्त्र के सिद्धांत पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, Knowledge

Name of the Book is : Arthashastra Ke Siddhant | This Book is written by Alfred Marsha | To Read and Download More Books written by Alfred Marsha in Hindi, Please Click : | The size of this book is 23.0 MB | This Book has 890 Pages | The Download link of the book "Arthashastra Ke Siddhant " is given above, you can downlaod Arthashastra Ke Siddhant from the above link for free | Arthashastra Ke Siddhant is posted under following categories history, Knowledge |

पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 23.0 MB
कुल पृष्ठ : 890

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वर्तन से श्रमिक वर्गों तथा मध्यम श्रेणी के निम्न अर्धाग में आने वाले व्यक्ति द्वारा उपयोग की जाने वाली मात्रा में बड़ा अन्तर आ जाता है, किन्तु धनी व्यक्ति अपने व्यक्तिगत उपभोग में अधिक वृद्धि नहीं करेंगे चाहे ये कितनी ही सस्ती को न उपलब्ध होती हों। दूसरे शब्दों में, इन वस्तुओं के लिए श्रमिक वर्ग तथा मध्यम श्रेणी के निम्न अभाग में आने वाले व्यक्तियों की प्रत्यक्ष माँग अत्यधिक लोरदार होती है, परन्तु घनी वर्ग के सम्बन्ध में ऐसी बात नहीं होती। जिन्तु श्रमिकः वर्ग असख्य मात्रा में होने से धनी व्यक्तियों की अपेक्षा उन वस्तुओं का वही अधिक उपभोग करते है जो उनकी सामर्थ्य के अन्तर्गत होती है, और यही कारण है कि इस प्रकार की सभी वस्तुओं की कुल माँग बहुत अधिक लोचदार होती है।

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