भगवान महावीर के हजार उपदेश | Bhagwan Mahavir Ke Hajar Updesh के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : भगवान महावीर के हजार उपदेश है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 5.5 MB है | पुस्तक में कुल 316 पृष्ठ हैं |नीचे भगवान महावीर के हजार उपदेश का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भगवान महावीर के हजार उपदेश पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Bhagwan Mahavir Ke Hajar Updesh | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 5.5 MB | This Book has 316 Pages | The Download link of the book "Bhagwan Mahavir Ke Hajar Updesh" is given above, you can downlaod Bhagwan Mahavir Ke Hajar Updesh from the above link for free | Bhagwan Mahavir Ke Hajar Updesh is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
भर्तृहरि का यह कथन सत्य की तुला पर शतप्रतिशत सही उतरता है । एक भी सदुक्ति, एक भी सुवचन जीवन को इतना महिमामय बना देती है कि मानव इतिहास के पृष्ठो पर अजर अमर हो जाता है । महान आत्मा के सन्त पुरुषो के हृदय के अन्तरतम से निकला हुआ एक भी सुभाषित वचन, सघन अन्धकार से आच्छिन्न मानव-हृदय मे वह आलोक भर देता है कि जीवन की धारा ही बदल जाती है । पापी से पापी, दुराचारी से दुराचारी व्यक्ति भी सहसा जो महर्षि के पद पर पहुँच पाया है, उसकी पृष्ठभूमि मे सद्गुरु का वह ऐसा कोई ज्योतिर्मय वचन ही रहा है |