बुद्ध कथा | Buddha Katha

बुद्ध कथा | Buddha Katha

बुद्ध कथा | Buddha Katha के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : बुद्ध कथा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Raghunath Singh | Raghunath Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 28.6 MB है | पुस्तक में कुल 918 पृष्ठ हैं |नीचे बुद्ध कथा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बुद्ध कथा पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Buddha Katha | This Book is written by Raghunath Singh | To Read and Download More Books written by Raghunath Singh in Hindi, Please Click : | The size of this book is 28.6 MB | This Book has 918 Pages | The Download link of the book "Buddha Katha" is given above, you can downlaod Buddha Katha from the above link for free | Buddha Katha is posted under following categories Knowledge, Stories, Novels & Plays |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 28.6 MB
कुल पृष्ठ : 918

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

भीरु प्राणी ने अव्यक्त के इस भयकर भय के कारण रुद्र रूप की कल्पना की सहारक शक्ति की कल्पना की। उसे प्रसन्न करने की कल्पना की किन्तु-सब व्यर्थ सहार जारी रहा। करुण क्रन्दन से उसका मन नहीं पसीजा । करोडो मन घृत आहुति मे जल गया करोडो मन तिल-तण्डुल हवि बन गया किन्तु उसे जरा भी दया नही आयी प्राणियो की करुण पुकार पर।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.