चित्रशाला भाग – २ | Chitra Shala Part – 2

चित्रशाला भाग – २ | Chitra Shala Part – 2

चित्रशाला भाग – २ | Chitra Shala Part – 2 के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : चित्रशाला भाग – २ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Pt. Vishvmbhar Nath Sharma | Pt. Vishvmbhar Nath Sharma की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.0 MB है | पुस्तक में कुल 212 पृष्ठ हैं |नीचे चित्रशाला भाग – २ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | चित्रशाला भाग – २ पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Chitra Shala Part – 2 | This Book is written by Pt. Vishvmbhar Nath Sharma | To Read and Download More Books written by Pt. Vishvmbhar Nath Sharma in Hindi, Please Click : | The size of this book is 6.0 MB | This Book has 212 Pages | The Download link of the book "Chitra Shala Part – 2 " is given above, you can downlaod Chitra Shala Part – 2 from the above link for free | Chitra Shala Part – 2 is posted under following categories Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 6.0 MB
कुल पृष्ठ : 212

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वायू साहब ने बहुत समझा-बुझाकर दस-बारह गाड़ीवानों को राजी किया और उनसे मजिस्ट्रेट की अदालत में इस्रावासा दिलवा दिया कि चुंगी के बाबू ने उन्हें तंग किया, विना काम रोक रक्खा | प्रौर सबसे प्राठ-आठ आने रिश्वत के जेकर तब उन्हें रसीद दी । पुंगी-र्क पर मुकद्दमा क़ायम हो गया । बाबू शिवकुमार ने अपनी गई लिई थी । इसके अतिरिक्त गाढ़ीवानों ने भी अपने गये । ये तथा ग्राम-पास के चार-छः यादमियों की गवाहियाँ लिपाई थीं । उचित समय पर चुंगी- रामधन र विचार रामधन में पाई नगी गई; पर वे उचित मुफ़ाई न दे सके, अतएव उन्हें छः माह फी द त यो पचास रुपए जुर्माने की दंड मिना ।

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