कंप्यूटर इतिहास और कार्यविधि | Computer Itihas Aur karyavidhi

कंप्यूटर इतिहास और कार्यविधि हिंदी पुस्तक पीडीऍफ़ में | Computer Itihas Aur karyavidhi hindi book in pdf

कंप्यूटर इतिहास और कार्यविधि हिंदी पुस्तक पीडीऍफ़ में | Computer Itihas Aur karyavidhi hindi book in pdf के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : कंप्यूटर इतिहास और कार्यविधि है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Gopinath Srivastava | Gopinath Srivastava की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1.05 MB है | पुस्तक में कुल 94 पृष्ठ हैं |नीचे कंप्यूटर इतिहास और कार्यविधि का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कंप्यूटर इतिहास और कार्यविधि पुस्तक की श्रेणियां हैं : computer, Uncategorized

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पुस्तक का साइज : 1.05 MB
कुल पृष्ठ : 94

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प्रावकेथेसे स्ावश्यकता आविष्कार की जननी है। तकनीकी प्रगत्ति के साथ-साथ यह उत्तरोत्तर अनुभव किया जाने लगा था कि यदि कोई ऐसी मशीन हो जो बढ़े-बड़े जोड़ गुणा आदि सेकडों में कर सके और आँकड़ों के अम्बार को इस प्रकार सँभात सके कि सही उत्तर का बोध टुरन्त हो जाम तो समय की श्रड़ी बचत होगी ओर वैज्ञानिक विवरणों आँकड़ों आदि के जाल में उत्तर्क बिना निर्वाध रूप से अपना कार्य निष्पादित कर सकेंगे । वैज्ञानिकी ने अन्तत ऐसी मशीन आविष्कृत की जो न केवल एक सेकड के करोड़वें भाग में उनके सारे गणना-कार्य सम्पन्न कर देती थी अपितु कार्य-दिशा का वोध भी उन्हें कराती थी । यह मंदीन थी कम्प्यूटर । आज कम्प्यूटर इतना विकसित हो गया हैं. कि इसका प्रयोग विदेशों में प्रत्येक क्षेत्र में सफलतापूर्वक किया जा रहा है। वड़े-वड़े श्रतिप्ठानों एवं व्यवसाय-गृह मे सरकारी विभागों में बेको में चिकित्सा ओर दिक्षा के क्षेत्रो में विमाननवालन में अन्तरिक्ष उडान आदि में कम्प्यूटर अधिकाधिक इस्तेमाल हो रहे है । गाज यह अनुभव किया जा रहा है कि यदि कम्प्यूटर न निमित हुए क्लोते तो मानव चन्द्रमा पर कदापि पदापंण न कर पाता और अन्तरिक्ष उड़ान कल्पना मात्र ही रह जाती । कम्प्यूटर का क्षेत्र विस्तृत और विशाल है । उसको कार्ये-शेली से हम अ्तभित और चमत्कृत है । ऐसी आश्वयंजनक मशीन के वारे में उसकी कार्पविधि के चारे में अत्पेक व्यक्ति मे जानकारी प्राप्त करने की उत्सुकता होना अवश्यंभावी है। कम्प्यूटर विज्ञान का विपय अपेक्षाकृत तया है। इसके सम्बन्ध में विशेषकर हिन्दी में अच्छो पुस्तकों की सर्दथा अभाव है। इसी अभाव की ुत्ति के लिए प्रस्तुत पुस्तक लिखी गई है।

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1 Comment
  1. yogesh saini says

    Very nice your work. I am very happy your site

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