दुलारे – दोहावली | Dulare – Dohavali

दुलारे – दोहावली | Dulare – Dohavali

दुलारे – दोहावली | Dulare – Dohavali के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : दुलारे – दोहावली है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Dularelaal Bhargav | Shri Dularelaal Bhargav की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 20 MB है | पुस्तक में कुल 196 पृष्ठ हैं |नीचे दुलारे – दोहावली का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | दुलारे – दोहावली पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry

Name of the Book is : Dulare – Dohavali | This Book is written by Shri Dularelaal Bhargav | To Read and Download More Books written by Shri Dularelaal Bhargav in Hindi, Please Click : | The size of this book is 20 MB | This Book has 196 Pages | The Download link of the book "Dulare – Dohavali" is given above, you can downlaod Dulare – Dohavali from the above link for free | Dulare – Dohavali is posted under following categories Poetry |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 20 MB
कुल पृष्ठ : 196

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

परंतु कवि जब अपनी कल्पना द्वारा अंतर्जगत् का गूढ़ रहस्य समझाने लगता है, तब कुछ लोग संदिग्ध-चित्त हो सकते हैं। कवि-कल्पना के साथ सत्य के सामंजस्य का जो गूढ़ मेल रहता है, उसे सभी लोग नहीं देख पाते । यह सत्य है कि कवि मनोभावों को प्रत्यक्ष शब्दचित्रों में चित्रित करने के लिये जिन काल्पनिक पात्रों को उपस्थित करता है, वे सत्य नहीं होते; परंतु उन काल्पनिक पात्रों को अंतर्जीवन सत्य होता है

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.