गीत – गुंजार | Geet – Gunjar के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : गीत – गुंजार है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Keval Muni Ji | Shri Keval Muni Ji की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Keval Muni Ji | इस पुस्तक का कुल साइज 5 MB है | पुस्तक में कुल 240 पृष्ठ हैं |नीचे गीत – गुंजार का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गीत – गुंजार पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature
Name of the Book is : Geet – Gunjar | This Book is written by Shri Keval Muni Ji | To Read and Download More Books written by Shri Keval Muni Ji in Hindi, Please Click : Shri Keval Muni Ji | The size of this book is 5 MB | This Book has 240 Pages | The Download link of the book "Geet – Gunjar" is given above, you can downlaod Geet – Gunjar from the above link for free | Geet – Gunjar is posted under following categories literature |
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संगीत अन्तहृदय का उच्छ्वास है । मानव की भव्य भाव| नाशों की सहज सरल और मधुर अभिव्यक्ति है। जीवन की
कमनीय कला है, जिसके अभाव में जीवन नीरस हैं । महाकवि शे वसपियर के शब्दो में "जो मानव संगीत नही जानता और उसके स्वरों पर मुग्ध नही होता वह पतित, विश्वासघाती और आत्मद्रोही है, उसका हृदय गहन अन्धकार युक्त रात से भी अधिक भयकर है वह अविश्वसनीय है ।