हिंदी के आराधक गौरव ग्रथ | Hindi Ke Aradhak Gaurav Granth के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : हिंदी के आराधक गौरव ग्रथ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Rameshwar Dayal Dubey | Rameshwar Dayal Dubey की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Rameshwar Dayal Dubey | इस पुस्तक का कुल साइज 73.0 MB है | पुस्तक में कुल 215 पृष्ठ हैं |नीचे हिंदी के आराधक गौरव ग्रथ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | हिंदी के आराधक गौरव ग्रथ पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Poetry
Name of the Book is : Hindi Ke Aradhak Gaurav Granth | This Book is written by Rameshwar Dayal Dubey | To Read and Download More Books written by Rameshwar Dayal Dubey in Hindi, Please Click : Rameshwar Dayal Dubey | The size of this book is 73.0 MB | This Book has 215 Pages | The Download link of the book "Hindi Ke Aradhak Gaurav Granth" is given above, you can downlaod Hindi Ke Aradhak Gaurav Granth from the above link for free | Hindi Ke Aradhak Gaurav Granth is posted under following categories Knowledge, Poetry |
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सौभाग्य से इसी बीच मेरा परिचय एक ऐसे सज्जन से है जिनके दर्शन से ही मैं अभिभूत हो गया था । दुबे जी से उनका सम्बन्ध बहुत पुराना है । यह हैं - अहमदाबाद निवासी, हिन्दी - भक्त, साहित्य - सेवी श्री रामअवधेश जी त्रिपाठी यह बराबर दुबैजी के सम्पर्क में रहे हैं त्रिपाठी जी के रूप में मुझे एक अत्यन्त अनुभवी तथा उत्साही सहयोगी मिल गये उनके परम में से ही हमने एक निवेदक समिति बना डाली, जिसका उद्देश्य ग्रन्थ के प्रकाशन - हेतु धन - संग्रह करना तथा दुबे जी के व्यक्तित्व और कर्तृत्व सम्बन्धी सामग्री के अतिरिक्त उनके साथियों , सहकभियों की सम्मतियाँ एकत्र करना था। श्री त्रिपाठी जी के साथ ही मेरी पत्नी श्रीमती कान्ति शर्मा ने अपने स्वभावानुसार प्रति पल मुझे प्रेरणा - शक्ति सहयोग प्रदान किया है, जिससे मेरा रोम-रोम आह्लादित है ।