लीलावई | Lilavai

लीलावई | Lilavai

लीलावई | Lilavai के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : लीलावई है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Achary Jinvijay Muni | Achary Jinvijay Muni की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 23MB है | पुस्तक में कुल 508 पृष्ठ हैं |नीचे लीलावई का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | लीलावई पुस्तक की श्रेणियां हैं : Granth

Name of the Book is : Lilavai | This Book is written by Achary Jinvijay Muni | To Read and Download More Books written by Achary Jinvijay Muni in Hindi, Please Click : | The size of this book is 23MB | This Book has 508 Pages | The Download link of the book "Lilavai " is given above, you can downlaod Lilavai from the above link for free | Lilavai is posted under following categories Granth |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 23MB
कुल पृष्ठ : 508

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अस्ति बद्दाभिधे देशे सुप्रसिद्धा मनोरमा | मुर्शिदाबाद इत्याख्या पुरी विभवशालिनी || बहवो निवासंत्यत्र जैन उकेशवंशजा | धनाढ्या नृपसमान्या धर्मकर्मपरायणा: ॥ श्रीडालचन्द इत्यासींत टेपवेको बहभाग्यवान | साधुवात सचरित्रो य: सिंघिकुलगराभाकरः || बाल्य एवागतो यज्ञ कर्तु व्यापरविस्तृतिम| कलिकतामहापुर्या धृतधर्मार्थनिजय

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