मराठाकालीन गुजरात | Marathakalin Gujrat के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : मराठाकालीन गुजरात है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Bahura Gopal Narayan | Bahura Gopal Narayan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Bahura Gopal Narayan | इस पुस्तक का कुल साइज 11.7 MB है | पुस्तक में कुल 276 पृष्ठ हैं |नीचे मराठाकालीन गुजरात का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मराठाकालीन गुजरात पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, history
Name of the Book is : Marathakalin Gujrat | This Book is written by Bahura Gopal Narayan | To Read and Download More Books written by Bahura Gopal Narayan in Hindi, Please Click : Bahura Gopal Narayan | The size of this book is 11.7 MB | This Book has 276 Pages | The Download link of the book "Marathakalin Gujrat" is given above, you can downlaod Marathakalin Gujrat from the above link for free | Marathakalin Gujrat is posted under following categories Knowledge, history |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
इस विजय के थोड़े ही दिनों बाद खंडेराव और उसका नव नियुक्त सहायक दोनों ही मर गए त्र्यम्बकराव दाभाड़े को उसके पिता के स्थान पर नियुक्त करके सेनापति की पोशाक प्रदान की गई और जनकोजी गायकवाड़ के पुत्र पीलाजी को उसके काका दामाजी का अधिकार प्राप्त हुआ । कुछ ही वर्षों बाद ऊदाजी पंवार नामक एक दूसरा प्रगतिशील और सबल मरहट्ठा सरदार अपने घुड़सवारों सहित गुजरात और मालवा में आया।