मिलन यामिनी | Milan Yamini के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : मिलन यामिनी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Harivansh Ray Bachchan | Harivansh Ray Bachchan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Harivansh Ray Bachchan | इस पुस्तक का कुल साइज 8 MB है | पुस्तक में कुल 240 पृष्ठ हैं |नीचे मिलन यामिनी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मिलन यामिनी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry
Name of the Book is : Milan Yamini | This Book is written by Harivansh Ray Bachchan | To Read and Download More Books written by Harivansh Ray Bachchan in Hindi, Please Click : Harivansh Ray Bachchan | The size of this book is 8 MB | This Book has 240 Pages | The Download link of the book "Milan Yamini" is given above, you can downlaod Milan Yamini from the above link for free | Milan Yamini is posted under following categories Poetry |
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मैं प्रतिध्वनि सुन चुका, ध्वनि खोजता हूँ। तुम समर्पण बन भुजाओं में पड़ी हो, उम्र इन उद्भ्रान्त घड़ियों की बड़ी हो, मधु मिला है, मैं अमृत-कण खोजता हूँ। जी उठा में, और जीना प्रिय बड़ा है। सामने पर ढेर मुद का पड़ा हैं, पा गया जीवन सजीवन खोजता हूँ, में प्रतिध्वनि सुन चुका, ध्वनि खोजता हूँ