मुख़्तसर सही बुखारी : एजाज खान हिंदी पुस्तक | Mukhtasar Sahi Bukhari : Ajaj khan Hindi Book के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : मुख़्तसर सही बुखारी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : | की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 48 MB है | पुस्तक में कुल 1920 पृष्ठ हैं |नीचे मुख़्तसर सही बुखारी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मुख़्तसर सही बुखारी पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, islam
Name of the Book is : Mukhtasar Sahi Bukhari | This Book is written by | To Read and Download More Books written by in Hindi, Please Click : | The size of this book is 48 MB | This Book has 1920 Pages | The Download link of the book "Mukhtasar Sahi Bukhari" is given above, you can downlaod Mukhtasar Sahi Bukhari from the above link for free | Mukhtasar Sahi Bukhari is posted under following categories dharm, islam |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
तर्जुमा : विलाया सब तारीफें अल्लाह के लिए हैं. हम उसकी तारीफ करते है, उससे मदद मांगते हैं जिसे अल्लाह राह दिखाये, उसे कोई गुमराह नहीं कर सकी और जिसे अपने दर से घुलकार दे, उसके लिए कोई रहर नहीं हो सकता और * गया।
कि अमूर्य बहक सिर्फ अल्लाह तआला है, यह अकेला है, उसका कोई शरीक न और 1 गना। । । कि मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम छाप धन्ये और उस शूल है। हम सलारा के बाद यकीनन तमाम बातों से मेरार बात अल्लाह तआला की किताब है और तमाम तरीकों से अच्छा तरीका मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का है और तमाम कामों में बदतरीन काम वो है जो (बरलाह के दीन १) अपनी तरफ से निकाले जायें। और हर बिदअत गुमराही है।" (मुश्लिम, हदीस 1. 867) | "ऐ ईमान वालो। मलाह से हो। जैसा के उससे जरने का हक है और में मौत न आये मगर, इस हाल में कि तुम मुसलमान हो।"