राजस्थान का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास | Rajsthan Ka Rajnaitik Evam Sanskratik Itihas के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : राजस्थान का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : J. K. Ojha And Dr. K. S. Gupta | J. K. Ojha And Dr. K. S. Gupta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : J. K. Ojha And Dr. K. S. Gupta | इस पुस्तक का कुल साइज 10.05 MB है | पुस्तक में कुल 454 पृष्ठ हैं |नीचे राजस्थान का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | राजस्थान का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Rajsthan Ka Rajnaitik Evam Sanskratik Itihas | This Book is written by J. K. Ojha And Dr. K. S. Gupta | To Read and Download More Books written by J. K. Ojha And Dr. K. S. Gupta in Hindi, Please Click : J. K. Ojha And Dr. K. S. Gupta | The size of this book is 10.05 MB | This Book has 454 Pages | The Download link of the book "Rajsthan Ka Rajnaitik Evam Sanskratik Itihas" is given above, you can downlaod Rajsthan Ka Rajnaitik Evam Sanskratik Itihas from the above link for free | Rajsthan Ka Rajnaitik Evam Sanskratik Itihas is posted under following categories history |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
यह तो निर्विवाद सत्य है कि राजनैतिवः विवरण ही अन्य विभिन्न प्रागागो के आधार हैं । अतः राजनैतिक विवरण की दृष्टि से राजस्थान के इतिहास मा भारतीय इतिहास की पृष्ठभूमि में अध्ययन करते हुए राजस्थान का केन्द्रीय शक्ति से सम्बन्ध का भी विशेष ध्यान रखा गया है । मराठा गुगीन मतप्त राजस्थान की शक्तियों ने अंततः जों से संधि कर ती जिसे स्पष्ट करते हुए 1857 के विद्रोह में राजस्थान में योगदान को दर्शाया गया है। साथ ही राजस्थान के सांस्कृतिक इतिहास की अविरल धारा मैं 'हरिकृतिमा परम्परा' शीर्षक के अन्तर्गत विभिन्न पहलुमी को लिया गया है ।