राम स्वयंवर | Ram Swayamvar

राम स्वयंवर | Ram Swayamvar

राम स्वयंवर | Ram Swayamvar

राम स्वयंवर | Ram Swayamvar के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : राम स्वयंवर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Brujratna Das | Brujratna Das की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 7.6 MB है | पुस्तक में कुल 293 पृष्ठ हैं |नीचे राम स्वयंवर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | राम स्वयंवर पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Ram Swayamvar | This Book is written by Brujratna Das | To Read and Download More Books written by Brujratna Das in Hindi, Please Click : | The size of this book is 7.6 MB | This Book has 293 Pages | The Download link of the book "Ram Swayamvar " is given above, you can downlaod Ram Swayamvar from the above link for free | Ram Swayamvar is posted under following categories dharm |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 7.6 MB
कुल पृष्ठ : 293

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इनकी मृत्यु पर इनके पुत्र रामचंद्र या रामसिंह राजा हुए जिनके दरबार में तानसेन नामक प्रसिद्ध गवैर थे। अकबर ने उनकी प्रशंसा सुनकर उन्हें लाने के लिए अपने शस्त्राध्यक्ष जलालखाँ के भेजा। रामचंद्र ने बादशाह के योग्य भैंड सहित तानसेन का विदा किया सं० १९२१ वि० में राजा रामचंद्र ने गाज़ीख़ाँ तन्नाज़ नामक एक सरदार को शरण दी जिस पर बादशाही सेना ने चढ़ाई कर दी। कई युद्धों के अनंतर गाज़ीख़ाँ मारा गया और राजा बांधवगढ़ में घिर गया कई दरबारी राजाओं के मध्यस्थ होने से संधि हो गई सं० १६२७ वि० में बादशाही सरदारों ने दुर्ग कालिंजर घेर लिया।

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